डिप्रेशन में आया एक युवक अपनी बेटी को टैंक में लेकर कूद गया। पत्नी बचाने के लिए पीछे दौड़ी और वह भी टैंक में कूद गई। इस हादसे में तीनों की मौत हो गई। बताया ज रहा है कि युवक इतना डिप्रेशन में था कि उसे घर वाले गांव के ही एक भोपे के पास ले गए थे। मामला जोधपुर के ओसियां थाना क्षेत्र के बड़ला बासनी का है। घटना रात डेढ़ बजे की बताई जा रही है।
मानसिक परेशान था, 11 फीट गहरे टैंक में कूद गया

डीएसपी नूर मोहम्मद ने बताया कि नरेंद्र (25) मानिसक रोगी था और ओसियां अस्पताल में इलाज चल रहा था।
रात डेढ़ बजे नरेंद्र अपनी दो साल की बेटी अक्षीना काे लेकर कूद गया। पत्नी सुनीता कंवर (23) दोनों को बचाने के लिए दौड़ी। वह चिल्लाने लगी और दोनों को बचाने के लिए वह भी हौद में कूद गई।
बहू की आवाज सुन नरेंद्र की मां बरामदे में पहुंची। यहां जब उसने टैंक में देखा तो तीनों के शव तैर रहे थे। वह चिल्लाने लगी तो पड़ोस के खेत से एक व्यक्ति मौके पर पहुंचा और नरेंद्र के भाई व भाभी को बुलाया।
डिएसपी ने बताया कि सूचना मिलने पर टीम भी मौके पर पहुंची। घटना के बाद सुनीता के पिता भंवर सिंह को सूचना दी। सुबह पीहर पक्ष के लोगों के पहुंचने पर तीनों के शव निकाले।
Husband Was In Depression दो दिन पहले ले गए थे भोपे के पास
घर में बना टांका करीब 11 फीट गहरा है और उसमें 6.9 फीट पानी भरा हुआ था। बताया जा रहा है कि नरेंद्र कई दिनों से डिप्रेशन में चल रहा था। तीन दिन से नींद भी नहीं आ रही थी। बताया जा रहा है कि दो भाेपों के पास भी उसका इलाज चल रहा था|
शुक्रवार शाम को ही तिंवरी के एक डॉक्टर को दिखाया था। डिएसपी नूर मोहम्मद ने बताया कि वह घटना से दो दिन पहले ही बहकी-बहकी बातें करने लग गया था।
नरेंद्र के पिता का निधन हो चुका है। एक भाई है जो खेत में मकान बना अलग रहता है। नरेंद्र का खुद का ट्यूबवेल है।